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शनिवार, 3 अप्रैल 2021

भारत ने सड़क निर्माण में मार्च में बनाए 3 वर्ल्ड रिकॉर्ड, सबसे तेज सड़क बनाने के मामले में भारत पहले स्थान पर: गड़करी

भारत ने सड़क निर्माण में  मार्च में बनाए  3 वर्ल्ड रिकॉर्ड,  सबसे तेज सड़क बनाने के मामले में भारत पहले स्थान पर: गड़करी 




केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने कहा कि  पीएम मोदी के नेतृत्व में मार्च, 2021 में हमने 3 वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए हैं। उन्होंने कहा कि विश्व में सबसे तेजी से रोड बनाने (road construction) में भारत विश्व में पहले स्थान पर आ गया है। साथ ही उन्होंने कहा कि हमने 24 घंटे में 2.5 किलोमीटर 4 लेन कंक्रीट रोड निर्माण का गिनिज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है।


नितिन गडकरी ने कहा कि सड़क परिवहन मंत्रालय ने सोलापुर से बीजापुर के बीच 25 किमी लंबा बिटुमिन का रोड सिर्फ 24 घंटे में बनाकर तीसरा वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है। लखनऊ में एक फ्लाईओवर का शिलान्यास करते हुए नितिन गडकरी ने कहा, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने वित्त वर्ष 2021 के दौरान हर दिन लगभग 37 किमी हाईवे का निर्माण किया, वह भी ऐसे चुनौतीपूर्ण समय में जब कोरोना महामारी देश में फैली हुई है।


केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वित्त वर्ष 2021 में 13,394 किमी हाइवे का निर्माण किया गया, जबकि FY2020 में 10,237 किलोमीटर हाइवे का निर्माण हुआ था। उन्होंने कहा, यह विश्व रिकॉर्ड है। नितिन गडकरी ने कहा कि चीन सहित दुनिया में कहीं भी सड़क बनाने का इतना तेज और अधिक काम नहीं हुआ है।


गडकरी ने कहा, पिछले 7साल से अधिक समय में पीएम मोदी के नेतृत्व में नेशनल हाईवे की लंबाई 50% बढ़कर 1,37,625 किलोमीटर हो गयी है जो अप्रैल 2014 में केवल 91,287 किलोमीटर थी। उन्होंने कहा कि अबी जो सड़क परियोजनाएं चल रही हैं, उन्हें बनाने का खर्च वित्त वर्ष 2019-20 के मुकाबले 54% बढ़ गया है।


बजट में भी इंफ्रास्ट्रक्चर पर रहा जोर

आपको बता दें कि इस बार के आम बजट में सरकार का फोकस स्वास्थ्य के साथ इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर पर भी है. वित्त मंत्री ने कहा कि भारत माला प्रोजेक्ट के तहत 13 हजार किलोमीटर से अधिक की सड़कें अवॉर्ड की गई हैं. 3800 किलोमीटर का निर्माण अबतक हो चुका है. मार्च 2022 तक 8500 किलोमीटर सड़कों के लिए कॉन्ट्रैक्ट दे दिए जाएंगे. वित्त मंत्री ने कहा कि तमिलनाडु में 3500 किलोमीटर कॉरिडोर का प्रस्ताव पेश किया है. केरल में 65000 करोड़ के निवेश से 1100 किलोमीटर हाइवे, पश्चित बंगाल में 25,000 करोड़ की लागत से 675 किलोमीटर हाइवे और असम में अगले तीन साल में 1300 किलोमीटर हाइवे निर्माण किया जाएगा.