राज्यपाल बदलाव समाचार
केंद्र
सरकार में मंत्रिमंडल विस्तार की सरगर्मियों के बीच कई राज्यों के राज्यपाल बदल
दिए गए हैं. जहां थावरचंद गहलोत को कर्नाटक का राज्यपाल नियुक्त किया गया है. वहीं
मंगूभाई छगनभाई पटेल को मध्य प्रदेश का राज्यपाल बनाया गया है. आइए नजर डालते हैं
कि किसे किस राज्य का राज्यपाल बनाया गया है...
मंगूभाई छगनभाई पटेल मध्य प्रदेश के राज्यपाल नियुक्त
राज्यपाल नियुक्ति 2021
-हरि बाबू कंभमपति मिजोरम के राज्यपाल नियुक्त
-मंगूभाई छगनभाई पटेल मध्य प्रदेश के राज्यपाल
नियुक्त
-राजेंद्रन विश्वनाथ अर्लेकर हिमाचल प्रदेश के
राज्यपाल नियुक्त
-पीएस श्रीधरन पिल्लई को गोवा के राज्यपाल के
रूप में स्थानांतरित और नियुक्त किया गया है.
-सत्यदेव नारायण आर्य को त्रिपुरा के राज्यपाल
के रूप में स्थानांतरित और नियुक्त किया गया है.
-रमेश बैस को झारखंड के राज्यपाल के रूप में स्थानांतरित
करने का काम किया गया है.
-बंडारू दत्तात्रेय को हरियाणा का राज्यपाल
नियुक्त किया गया.
-थावरचंद गहलोत को कर्नाटक का राज्यपाल नियुक्त
किया गया है
पीएस श्रीधरन पिल्लई : पीएस श्रीधरन पिल्लई की
बात करें तो उन्हें गोवा के राज्यपाल के रूप में स्थानांतरित और नियुक्त किया गया
है. ये अभी तक मिजोरम के राज्यपाल के पद पर काबिज थे. अंग्रेजी और मलयालम भाषा के
ये अच्छे जानकार माने जाते हैं. पिछले लॉकडाउन में इन्होंने खाली समय का सदुपयोग
किया और 13 किताबें लिखी थीं. वे प्रख्यात वकील रह चुके हैं. इनकी पहली किताब 1983
में छपी थी. अब तक 105 से अधिक किताबें लिखने का काम कर चुके हैं.
बंडारू दत्तात्रेय : बंडारू दत्तात्रेय की आत
करें तो उन्हें हरियाणा का राज्यपाल नियुक्त किया गया है. बंडारू दत्तात्रेय अभी
तक हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल पद पर काबिज थे. उनके राजनीतिक करियर की शुरुआत संघ
(आरएसएस) के प्रचारक के तौर पर हुई थी. वे मीसाबंदी रह चुके हैं. 1980 में
उन्होंने भाजपा का दामन थामा था. उन्हें उनके गृहक्षेत्र में ‘पीपुल्स लीडर’ कहा जाता है.
रमेश बैस : रमेश बैस की बात करें तो उन्हें
झारखंड के राज्यपाल के रूप में स्थानांतरित किया गया है. ये अभी तक त्रिपुरा के
राज्यपाल के पद पर काबिज थे. वे द्रोपदी मुर्मू की जगह प्रदेश में लेंगे. यदि आपको
याद हो तो छत्तीसगढ़ के दिग्गज नेताओं में शामिल रमेश बैस अटल बिहारी वाजपेयी के
मंत्रिमंडल में भी शामिल रह चुके हैं.
सत्यदेव नारायण आर्य : सत्यदेव नारायण आर्य की बात करें तो उन्हें त्रिपुरा के राज्यपाल के रूप में स्थानांतरित और नियुक्त किया गया है. ये अभी तक हरियाणा के राज्यपाल के पद पर काबिज थे. इनकी गिनती भीमराव अंबेडकर की दूरगामी सोच सामाजिक समरसता के मुख्य उदाहरण पेश करने वालीं शख्सियतों में होती है.