मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी और पावर ग्रिड (पी.जी.सी.आई.एल.) के बीच एक उच्च स्तरीय समन्वय बैठक
मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी और पावर
ग्रिड (पी.जी.सी.आई.एल.) के बीच एक उच्च स्तरीय समन्वय बैठक जबलपुर में आयोजित की
गई। देश में अपनी तरह की हुई इस पहली बैठक में मध्यप्रदेश में पी.जी.सी.आई.एल. के
द्वारा ट्रांसमिशन क्षेत्र में किये जा रहे विभिन्न निर्माण कार्यों की संयुक्त
समीक्षा हुई जिसमें मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी ने आश्वस्त किया कि उसके
हिस्से की लाइनों और उपकेन्द्रों का निर्माण निर्धारित लक्ष्य अवधि से पहले पूरा
कर दिया जायेगा। बैठक में दोनों संस्थानों के कार्यो में हर स्तर पर सामंजस्य
बनाने पर सहमति हुई।
पावर ग्रिड और मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन
कंपनी की कई जगह लाइन क्रांसिंग में आ रही दिक्कतों को दूर करने एक प्रस्ताव भी
तैयार किया गया जिसमें हाट लाइन पद्धति के माध्यम से बिना शट डाउन या न्यूनतम समय
के शट डाउन में लाईन क्रासिंग के कार्य किये जा सकेंगे।
देश में पावर ग्रिड (पी.जी.सी.आई.एल.) और किसी
राज्य ट्रांसमिशन कंपनी की अपनी तरह की पहली इस समन्वय बैठक में दोनों संस्थानों
द्वारा तकनीकी उपयोग संबंधी आदान-प्रदान पर भी सहमति हुई जिससे न केवल निर्माण
कार्यो को समय पर पूरा किये जाने ने मदद मिलेगी बल्कि ब्रेकडाउन की स्थिति को आपसी
समन्वय के साथ न्यूनतम किया जा सकेगा।
बैठक में मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी के
लिये पावर ग्रिड (पी.जी.सी.आई.एल.) द्वारा निर्माण किये जा रहे फीडर वे तथा
ट्रांसफार्मर की स्थापना के कार्य की भी समीक्षा की गई, साथ ही 400/220 के.व्ही. सूखा (जबलपुर), इटारसी और मुरैना में लगने वाले
अतिरिक्त 500 एमबीए ट्रांसफार्मर्स को निर्धारित लक्ष्य से पहले पूरा किये जाने, पावर ग्रिड के इटारसी उपकेन्द्र से 220
के.व्ही. बुधनी उपकेन्द्र के लिये 02 नग 220 के.व्ही. के फीडर वे, ग्वालियर में 220 के.व्ही. की फीडर वे, रीवा पावर ग्रिड में 04 नग 220
के.व्ही. फीडर वे निर्माण तथा 400 के.व्ही. बीना-गुना लाईन के शीघ्र निर्माण पर
पावर ग्रिड ने अपनी सहमति दी इसी के अनुरूप ट्रांसमिशन कंपनी ने भी अपने हिस्से का
निर्माण समय पर पूरा करने का आश्वासन दिया। जिसका फायदा मध्यप्रदेश को आगामी रबी
सीजन में ही मिलने लगेगा।
बैठक में विभिन्न लाईनों की क्रासिंग के बारे में कार्य योजना तैयार की गई। बैठक में जबलपुर, इटारसी, सिवनी, मुरैना, ग्वालियर और शुजालपुर में अतिरिक्त आईसीटी के निर्माण के बारे में भी विस्तार से चर्चा हुई। बैठक में मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी के प्रबंध निदेशक इंजी. सुनील तिवारी एवं पावर ग्रिड पश्चिम जोन बड़ौदरा के कार्यकारी निदेशक श्री पी.सी. गर्ग सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।