मध्य प्रदेश मंत्रिपरिषद की बैठक में लिए गए महत्वपूर्ण निर्णय :4 नये औद्योगिक पार्क विकसित होंगे, 110 करोड़ रूपये से अधिक के नवभारत साक्षरता कार्यक्रम संचालित करने की मंजूरी
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में मंत्रालय मे मंत्रि-परिषद की बैठक हुई। मंत्रि-परिषद ने प्रदेश में "नवभारत साक्षरता कार्यक्रम" संचालित करने की मंजूरी दी है।
प्रदेश में साक्षरता दर बढ़ाने के लिए 31 जुलाई 2021 तक "पढ़ना-लिखना अभियान" एवं तत्पश्चात से मार्च 2026 तक " नवभारत साक्षरता कार्यक्रम" संचालित किये जायेंगे। कार्यक्रम प्रदेश के सभी शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में 15 वर्ष से अधिक आयु के नागरिकों को जो औपचारिक शिक्षा प्राप्त नहीं कर पाए एवं औपचारिक शिक्षा प्राप्त करने की उम्र पार कर चुके हैं। उनकी निरक्षरता उन्मूलन के लिए संचालित किये जा रहे हैं।
नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के उद्देश्य
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य असाक्षरों को बुनियादी एवं कार्यात्मक साक्षरता प्रदान कराना है। यह योजना वित्तीय वर्ष 2021-22 से संचालित होगी। प्रदेश में साक्षरता कार्यक्रम राज्य, जिला एवं विकासखण्ड में समग्र शिक्षा अभियान/शिक्षा विभाग में कार्यरत अमले से कार्य संपादन कराया जायेगा। साथ ही असाक्षरों को साक्षर करने में जिन संस्थाओं/व्यक्तियों का सहयोग लिया जायेगा उनको "अक्षर साथी" कहा जाएगा। अक्षर साथियों द्वारा स्वयं की इच्छा से साक्षरता कक्षाएँ संचालित की जाएगी। इसमें असाक्षरों को बुनियादी एवं कार्यात्मक साक्षरता प्रदान करवायी जाएगी। इस कार्य के लिए किसी भी प्रकार का पारिश्रमिक/मानदेय का भुगतान नहीं किया जाएगा। साक्षरता कार्यक्रम में किसी भी प्रकार की नियमित नियुक्ति नहीं की जायेगी।
परियोजना राज्य एवं केन्द्र के मिश्रित अनुदान से संचालित होगी। इसमें केन्द्र एवं राज्य में लागत राशि का अनुपात 60:40 का रहेगा। साक्षरता कार्यक्रम में पाँच वर्षों के लिए 32 लाख 60 हजार असाक्षरों को नवसाक्षर करने का भौतिक लक्ष्य रखा गया है, जिसके लिए पाँच वर्षों में लगभग 110 करोड़ 84 लाख रूपये का व्यय करने का वित्तीय लक्ष्य है।
मध्यप्रदेश के 4 नये औद्योगिक पार्क
128 करोड़ रूपये से अधिक लागत के 4 नये औद्योगिक पार्क
मध्यप्रदेश जल निगम
जल निगम ने अपनी स्थापना वर्ष 2012 से अब तक 1316 करोड़ रूपये लागत की 19 समूह जल प्रदाय योजनाओं का क्रियान्वयन पूरा किया है। इनसे 805 ग्रामों को पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है। पूर्व में जल निगम द्वारा जहाँ प्रतिवर्ष औसतन 10 परियोजनाओं के कार्य किये जा रहे थे, वहीं वर्तमान वर्ष 2021-22 में 40 परियोजनाओं का क्रियान्वयन कराया जा रहा है। जल निगम के कार्य तथा कार्य-क्षेत्र के विस्तार को ध्यान में रखते हुए जल निगम की मुख्यालय स्तर की संरचना का विस्तार एवं सुदृढ़ीकरण तथा चार नई परियोजना क्रियान्वयन इकाइयों का गठन किया जाना आवश्यक था, तदनुसार मंत्रि-परिषद ने आज इसकी स्वीकृति दी।
वर्तमान में जल निगम द्वारा विभिन्न जिलों में 14,135 करोड़ रूपये लागत की 40 समूह जल-प्रदाय योजनाओं के क्रियान्वयन का कार्य प्रगतिरत हैं। इन योजनाओं से 10 हजार 294 ग्रामों को लाभान्वित किया जाना लक्षित है।
श्री विवेक सागर को उप पुलिस अधीक्षक पद पर नियुक्ति
मूंग एवं उड़द उपार्जन