रानी लक्ष्मीबाई जयंती 2021: रानी लक्ष्मीबाई जयंती विशेष
- रानी लक्ष्मीबाई की 193वीं जयंती वर्ष 2021 में मनाई जाएगी ।
- रानी लक्ष्मी बाई का जन्म 19 नवंबर, 1828 को वाराणसी में हुआ था और उनके बचपन का नाम मणिकर्णिका तांबे था। उन्होंने बचपन में ही घुड़सवारी, तलवारबाज़ी और निशानेबाज़ी जैसी कलाओं में निपुणता हासिल कर ली थी।
- वर्ष 1842 में 14 वर्ष की उम्र में इनका विवाह झाँसी के महाराजा गंगाधर राव के साथ कर दिया गया, उसके बाद से इन्हें लक्ष्मीबाई के नाम से जाना गया।
- महाराजा की मृत्यु के बाद अंग्रेज़ों ने ‘व्यपगत सिद्धांत’ (Doctrine of Lapse) का हवाला देते हुए महाराजा के दत्तक पुत्र दामोदर राव को झाँसी के सिंहासन के कानूनी उत्तराधिकारी के रूप में स्वीकार करने से इनकार कर दिया।
- इस सिद्धांत के मुताबिक, यदि ईस्ट इंडिया कंपनी के प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष नियंत्रण में आने वाली किसी रियासत के शासक के पास कानूनी तौर पर पुरुष उत्तराधिकारी नहीं है तो कंपनी द्वारा इस रियासत का अधिग्रहण कर लिया जाएगा।
- रानी लक्ष्मीबाई ने इस व्यवस्था का विरोध किया और जून 1857 में रानी लक्ष्मीबाई के नेतृत्व में झाँसी में विद्रोह प्रारंभ हो गया। ज्ञात हो कि यह वही समय था जब मेरठ में कंपनी के भारतीय सिपाहियों ने विद्रोह किया था, तत्पश्चात् यह विद्रोह कानपुर, बरेली, झाँसी, दिल्ली, अवध आदि स्थानों तक फैल गया।
- 1857 के विद्रोह में रानी लक्ष्मीबाई की काफी महत्त्वपूर्ण भूमिका मानी जाती है।
- झाँसी की सुरक्षा करते हुए ईस्ट इंडिया कंपनी के साथ हुए युद्ध में 17 जून, 1858 रानी लक्ष्मीबाई की मृत्यु हो गई।