झांसी की रानी लक्ष्मीबाई जयंती पर राष्ट्ररक्षा समर्पण पर्व का आगाज l Laxmi Bai Jyanti - Daily Hindi Paper | Online GK in Hindi | Civil Services Notes in Hindi

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बुधवार, 17 नवंबर 2021

झांसी की रानी लक्ष्मीबाई जयंती पर राष्ट्ररक्षा समर्पण पर्व का आगाज l Laxmi Bai Jyanti

 झांसी की रानी लक्ष्मीबाई जयंती पर राष्ट्ररक्षा समर्पण पर्व का  आगाज

राष्ट्ररक्षा समर्पण पर्व


आजादी के प्रथम संघर्ष में वीरता और साहस की नयी इबारत लिखने वाली झांसी की महारानी लक्ष्मीबाई की जयंती पर रक्षा मंत्रालय की ओर से मनाये जा रहे राष्ट्ररक्षा समर्पण पर्व का बुधवार को आगाज होने जा रहा है और इसके लिए वीरांगना नगरी दुल्हन की तरह सजकर तैयार है।


राष्ट्ररक्षा समर्पण पर्व


कार्यक्रम का शुभारंभ रक्षामंत्री आज मुक्ताकाशी मंच से करेंगे और 17 से 19 नवंबर के बीच होने जा रहे तीन दिवसीय कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा अन्य गणमान्य हिस्सा लेंगे। उसके बाद रानी के जन्म उत्सव में हिस्सा लेने 19 नबम्वर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहुंचने वाले हैं। इन सबकी की अगवानी करने के लिए वीरांगना भूमि झांसी करीब करीब पूरी तरह से तैयार हो गई है।

स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूर्ण होने पर इसे अमृत महोत्सव के रुप पूरा देश धूमधाम से मना रहा है। इसी के तहत तीन दिवसीय उत्सव राष्ट्र रक्षा समपर्ण पर्व का आयोजन किया गया है।इसके लिए प्रशासन ने जहां पूरी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद कर रखी है तो पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए है। इसके साथ ही सेना का अपना अहम रोल है। वह भी पूरी तरह से कार्यक्रम स्थल के इर्द-गिर्द व्यवस्था चौकस किए हुए है। दिन रात मेहनत करके अधिकारी कार्यक्रम स्थल की तैयारी कर रहे हैं। सभी विशिष्ट अतिथियों के उड़न खटोला उतरने की व्यवस्था राजकीय इंटर कॉलेज कॉलेज में की गई है। वहां से सड़क मार्ग के द्वारा वह कार्यक्रम स्थल तक पहुंचेंगे।


इस दौरान जलसा के शुभारंभ के लिए मुक्ताकाशी मंच को दुल्हन की तरह सजाया गया है। दूर से ही पूरा मुक्ता काशी मंच जिसे अब राजा गंगाधर राव नाट्य स्थल कहा जा जाने लगा है, भगवा रंग में रंगा नजर आ रहा है। ऐतिहासिक दुर्ग की तलहटी में प्रधानमंत्री कार्यक्रम में हिस्सा लेने के साथ ही आठ योजनाओं का भी लोकापर्ण करेंगे। इसके लिए युद्ध स्तर पर कार्य कर अधिकांश काम पूर्ण कर लिया गया है। प्रधानमंत्री महारानी के किले का भी भ्रमण करेंगे साथ ही लाइट एण्ट साउण्ड का भी अवलोकन करते हुए ऐतिहासिकता का अनुभव करेंगे।


कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह बुधवार को सुबह 11 बजे झांसी कैंट में हेलीकॉप्टर से पहुंचेंगे, 11ः30 बजे वह मुक्ताकाशी मंच पर पहुंचकर महारानी लक्ष्मीबाई की जयंती पर आयोजित तीन दिवसीय जलसा पर्व का शुभारंभ करेंगे। यहां वह करीब 50 मिनट तक रुकेंगे और उसके बाद वापस के कैण्ट क्षेत्र में पहुंच जाएंगे वहां वह हाथीग्राउण्ड में सेना के कार्यक्रम में शामिल होंगे। वहां से वह अपराह्न करीब 2ः45 बजे दतिया के लिए प्रस्थान करेंगे। दतिया पहुंचकर मां पीतांबरा के दर्शन करेंगे और वहां से लौटकर शाम 04 बजे वह झोकनबाग गुरुद्वारा जाएंगे और करीब पांच बजे ग्वालियर के लिए प्रस्थान कर जाएंगे। उसके बाद रक्षा मंत्री 19 नवंबर को शाम 4ः15 बजे पुनः झांसी पहुंचेगे और सेना के कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। वह 08 बजे ग्वालियर के लिए प्रस्थान कर देंगे ।

पुलिस प्रशासन की ओर से जलसा कार्यक्रम में आने वाले वीवीआईपी की सुरक्षा व्यवस्था कई घेरों में रहेगी। इसमें कुल 3 हजार सिपाही,10 एसपी,30 एडिशनल एसपी,60 डीएसपी,इन्सपेक्टर व सैकड़ों दरोगा शामिल होंगे। साथ ही अतिथियों को कार्यक्रम स्थल तक लाने के लिए यातायात की भी पूरी व्यवस्था करते हुए पिछले कुछ दिनों से मार्ग परिवर्तन की रिहर्सल की जा रही है। ताकि लोगों को यह आदत हो जाए कि उन्हें परेशान न होते हुए दिए गए डायवर्जन के तहत ही रास्तों का प्रयोग करना है।


एसपी सिटी विवेक त्रिपाठी ने बताया कि कार्यक्रम स्थल के आस पास के करीब 400 घरों की छतों पर शस्त्रों से लैस जवानों को तैनात किया जा रहा है। स्थल के आसपास के घरों के लोगों का वैरीफिकेशन किया जा रहा है। सभी के नाम लिखे जाने से लेकर घरों में संदिग्धों को भी तलाश किया जा चुका है। पूरी तरह से सुरक्षा के इन्तजाम किए गए हैं। यह सब सुरक्षा के दृष्टि से किया जा रहा है। किसी को परेशान करने का पुलिस का कोई इरादा नहीं है।