पोट्टि श्रीरामुलु कौन थे (Who Potti Sriramulu in Hindi)
पोट्टि श्रीरामुलु कौन थे Who Potti Sriramulu in Hindi
16 मार्च, 1901 को मद्रास (चेन्नई) में जन्मे पोट्टी श्रीरामुलु बॉम्बे से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद ग्रेट इंडियन पेनिनसुला रेलवे में शामिल हो गए। वर्ष 1930 में श्रीरामुलु ने गांधीजी द्वारा शुरू किये गए नमक सत्याग्रह में हिस्सा लेने के लिये अपनी सरकारी नौकरी छोड़ दी, इस सत्याग्रह में हिस्सा लेने के कारण उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। भारत की स्वतंत्रता के लिये संघर्ष करने के साथ-साथ उन्होंने दलित समुदाय के सामाजिक एवं आर्थिक उत्थान पर भी ज़ोर दिया।
पोट्टी
श्रीरामुलु ने मार्च 1946 में नेल्लोर के श्री वेणुगोपाल स्वामी
मंदिर में दलितों के लिये प्रवेश की मांग करते हुए अपना पहला आमरण अनशन किया। अलग
आंध्र राज्य के गठन में पोट्टी श्रीरामुलु का महत्त्वपूर्ण योगदान माना जाता है।
इसके लिये उन्होंने 1952 में 58 दिन तक आमरण अनशन किया। 15
दिसंबर, 1952 को अनशन करते हुए पोट्टी श्रीरामुलु
की मृत्यु हो गई थी, जिसके बाद कानून व्यवस्था काफी बिगड़ गई
और अंततः मद्रास प्रेसिडेंसी से अलग आंध्र प्रदेश राज्य का गठन किया गया।