कदयः किं न पश्यन्ति किं न कुर्वन्ति योषितः का अर्थ | Kaday Kim na Pashyanti Hindi Arth - Daily Hindi Paper | Online GK in Hindi | Civil Services Notes in Hindi

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रविवार, 11 सितंबर 2022

कदयः किं न पश्यन्ति किं न कुर्वन्ति योषितः का अर्थ | Kaday Kim na Pashyanti Hindi Arth

कदयः किं न पश्यन्ति किं न कुर्वन्ति योषितः का अर्थ 

कदयः किं न पश्यन्ति किं न कुर्वन्ति योषितः का अर्थ | Kaday Kim na Pashyanti Hindi Arth


कदयः किं न पश्यन्ति किं न कुर्वन्ति योषितः का अर्थ 


कदयः किं न पश्यन्ति किं न कुर्वन्ति योषितः ।
मद्यपाः किं न जल्पन्ति किं न भक्षन्ति वायसाः ॥

 

शब्दार्थ - कवि लोग क्या नहीं देखते हैंस्त्रियां क्या नहीं कर सकती हैंशरावी लोग शराब के नशे में क्या नहीं बकते हैं? (अनाप-शनाप कभी कुछ बकते हैं) और कौए क्या नहीं खाते हैं? 

भावार्थ- कवि लोग क्या नहीं देखनेस्त्रियां क्या नहीं कर सकतीं शराबी क्या नहीं वकते और कौए क्या नहीं खाते ? 

विमर्श - कौआ कमल- तन्तुओं का त्याग करता है और नरक (नरक के समान गन्दे द्रयों के ढेर का भक्षण करता है परन्तु इसमें तुम्हें कोई आश्चर्य नहीं होना चाहिए