31 अक्टूबर का इतिहास : इतिहास में 31 अक्टूबर की प्रमुख घटनाएं | 31 October History in Hindi - Daily Hindi Paper | Online GK in Hindi | Civil Services Notes in Hindi

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शनिवार, 30 दिसंबर 2023

31 अक्टूबर का इतिहास : इतिहास में 31 अक्टूबर की प्रमुख घटनाएं | 31 October History in Hindi

 31 अक्टूबर का इतिहास :  31 October History in Hindi 


31 अक्टूबर का इतिहास : इतिहास में 31 अक्टूबर की प्रमुख घटनाएं  | 31 October History in Hindi


31 अक्टूबर का इतिहास :  31 October History in Hindi


1517: मार्टीन लूथर ने विटेनवर्ग चर्च के द्वार पर अपनी 95 आपत्तियाँ चिपकाई।


1759: फिलीस्तीन के साफेद में भूकंप से 100 लोग मारे गये।


1875 : देश के प्रथम गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल का जन्म।


1908: लंदन में चौथे ओलंपिक खेलों का समापन हुआ।


1920 : ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस का शुरूआती सत्र बम्बई में आयोजित।


1941 : लगभग 15 वर्ष की मेहनत के बाद दक्षिण डेकोटा की ब्लैक हिल्स में माउंट रेशमोर नेशनल म्यूजियम का काम पूरा हुआ, जहां पहाड़ियों पर अमेरिका के चार राष्ट्रपति जॉर्ज वाशिंगटन, थॉमस जेफरसन, थिओडोर रूजवेल्ट और अब्राहम लिंकन के चेहरे तराशे गए।


1966 : भारतीय तैराक मिहिर सेन ने पनामा नहर को तैरकर पार किया।


1968 : अमेरिका के राष्ट्रपति लिंडन बी जॉनसन ने उत्तरी वियतनाम में अमेरिकी बमबारी रोकने का आदेश दिया।


1984 : भारत की पहली और एकमात्र महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की उनके सिख अंगरक्षकों के हाथों हत्या।


1992 : लाइबेरिया में पांच अमेरिकी नन की हत्या का ऐलान किया गया।

हत्याओं के लिए चार्ल्स टेलर के प्रति आस्थावान बागियों को जिम्मेदार ठहराया गया।


2003: मलेशिया में महातिर युग का अंत।

प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद ने 22 वर्ष तक सत्ता में रहने के बाद पद छोड़ा।


2005: भारत की प्रसिद्ध लेखिका अमृता प्रीतम का निधन हो गया।


2006 : दक्षिण अफ्रीका में रंगभेद युग के राष्ट्रपति पी डब्ल्यू बोथा का 90 वर्ष की आयु में निधन।


2014: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरदार वल्लभाई पटेल के जन्मदिन को राष्ट्रीय एकता दिवस पर मनाने का निर्णय लिया।


2015: रूसी एयरलाइन कोगलीमाविया का विमान 9268 उत्तरी सिनाई में दुर्घटनाग्रस्त होने से विमान में सवार सभी 224 लोगों की मौत।


2018 : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात में सरदार पटेल की प्रतिमा का अनावरण किया. इसे दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा कहा जा रहा है।