लुइ ब्रेल कौन थी ( Who was Louis Braille)
लुइ ब्रेल के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी
फ्रांस में रहने वाले लुइस ब्रेल दृष्टिहीन होते हुए भी दृष्टिहीनों को पढ़ने लिखने योग्य बनाया। लुइस ब्रेल ने मात्र 15 वर्ष की आयु में दृष्टिहीनों के लिए एक अलग लिपि का विकास किया जिसे ब्रेल लिपि का नाम प्रदान किया गया।
चार भाइयों-बहनों में लुइस ब्रेल सबसे छोटे थे एवं एक दुर्घटना के उपरांत लुइस ब्रेल पूरी तरीके से दृष्टिहीन हो गए।
शिक्षा प्राप्ति के लिए उन्हें पेरिस के रॉयल नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर ब्लाइंड चिल्डे्रन में भर्ती कराया गया। यहाँ वेलन्टीन होउ के द्वारा बनायी गयी लिपि से पढ़ाई होती थी, लेकिन यह लिपि अधूरी थी।
आगे चलकर लुइस ब्रेल सेना के एक कैप्टन के द्वारा सैनिकों द्वारा अंधेरे में पढ़े जाने वाली नाइट राइटिंग या सोनोग्राफी लिपि से अवगत हुए। इस लिपि में कागज पर अक्षरों को उभार कर बनाया जाता था एवं इसमें 12 बिंदुओं को 6-6 की दो पंक्तियों को रखा जाता था, लेकिन इसमें संख्या, विराम चिह्न, गणितीय चिह्न आदि का अभाव था।
लुइस ब्रेल ने इस लिपि के आधार पर 6 बिंदुओं का इस्तेमाल करते हुए 64 अक्षर और चिह्न बनाए जिसमें विराम चिह्न, गणितीय चिह्न के अलावा संगीत के नोटेशन भी लिखे थे। यही लिपि ब्रेल लिपि के नाम से प्रसिद्ध हुई।