Speech on 15 August 2023
आदरणीय अतिथि महोदय, आदरणीय प्रचार्य महोदया, सभी अध्यापकगण, अभिभावक, ग्रामवासियों और मेरे प्यारे विदार्थियों जैसा कि आप सभी जानते ही है कि आज हमारी आजादी के 76 वर्ष पूर्ण हो चुके हैं और पूरा देश 77वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है . इस अवसर पर सबसे पहले मैं आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनायें देता हूँ । और देश की आजादी के लिए अपने प्राणो की आहुति देने वाले अमर क्रांतिकारियों को नमन करता हूँ ।
साथियों! 15 अगस्त का यह पावन दिन हर वर्ष आता है और हमारे दिलों में “हम स्वतंत्र हैं और स्वतंत्र रहेंगे” का भाव उजागर करके प्रेरित करता है. 15 अगस्त हम सबके लिए गर्व, सम्मान और सौभाग्य का दिन है और यह हमारा सबसे बड़ा राष्ट्रीय पर्व है. साल 1857 से लेकर 1947 तक स्वतंत्रता संग्राम लड़ने के बाद और काफी अत्याचार सहने के बाद 15 अगस्त 1947 को हमारा भारत देश ब्रिटिश शासन की बेड़ियों से मुक्त हुआ और सभी देशवासियों ने आजादी की सांस ली और हमारा देश एक स्वतंत्र राष्ट्र बन गया.
आज का दिन वह दिन है जब अंग्रेजों की 200 वर्ष की गुलामी से हमारे देश को आजादी प्राप्त हुई थी , यह दिन हमें उन वीर सपूतों, क्रांतिकारियों की याद दिलाता है, जिन्होंने भारत को आजादी दिलवाने के लिए अपने जीवन तक का बलिदान दे दिया.
आइए हम उन सभी सपूतों, क्रांतिकारियों को नमन करें वंदन करने और देश के कल्याण के लिए दृढ़ संकल्प लें और शपथ लें कि हम देश के प्रति सदैव निष्ठावान रहेगें और देश का विकास अछे नागरिक बन सहयोग करेंगे ।
और अंत में आप से यही कहना चाहूँगा .....
देशभक्ति मतलब सिर्फ देश के ध्वज को लहराना नहीं है,बल्कि अपने देश को मजबूत और सशक्त बनाने में सहायता करना और अपने कर्तव्यों का ईमानदारी से निर्वहन करना है.
इसी के साथ मेँ अपनी वाणी को विराम देना चाहूँगा
वंदे मातरम... जय हिन्द जय भारत ....