शॉट्की एवं फ्रेन्केल दोषों में अन्तर |Difference between Schottky and Frenkel defects - Daily Hindi Paper | Online GK in Hindi | Civil Services Notes in Hindi

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मंगलवार, 28 नवंबर 2023

शॉट्की एवं फ्रेन्केल दोषों में अन्तर |Difference between Schottky and Frenkel defects

 शॉट्की एवं फ्रेन्केल दोषों में अन्तर 

शॉट्की एवं फ्रेन्केल दोषों में अन्तर |Difference between Schottky and Frenkel defects


शॉट्की एवं फ्रेन्केल दोषों में अन्तर 

शॉट्की

  • इस दोष में कुछ आयन जालक बिन्दुओं से गायब हो जाते हैं। 
  • परावैद्युतांक (dielectric constant) में अन्तर नहीं आता। 
  • क्रिस्टल का घनत्व कम हो जाता है। 
  • उच्च समन्वयन अंक वाले क्रिस्टलों में पाया जाता है तथा क्रिस्टल में धनायन व ऋणायन लगभग समान आकार के होते हैं। उदाहरणार्थ - NaCl, CsCl आदि 

फ्रेन्केल दोष 

  • इस दोष में कुछ आयन जालक बिन्दु को छोड़कर अन्तराकाशी स्थान पर चले जाते हैं। 
  • इस दोष से परावैद्युतांक में वृद्धि हो जाती है। 
  • क्रिस्टल का घनत्व अपरिवर्तित रहता है। 
  • निम्न समन्वयन अंक वाले क्रिस्टलों में पाया जाता है तथा धनायन का आकार ऋणायन से कम होता है।