आदरर्णीय प्राचार्य महोदय, सम्मानीय शिक्षक साथियों और
प्यारे विद्यार्थियों । वैसे तो आज के इमोशनल मूमेंट होने के साथ ये खुशी का दिन
है क्योंकि आज आप सब अपने भविष्य के लिए तैयार हैं।
आज इस विदाई समारोह का आयोजन इसलिए किये गया है ताकि हम
अपने विद्यार्थियों जिन्होंने शिक्षा पूर्ण कर ली है उन्हें हम खुशी खुशी विदा कर
सकें और उनके उज्जवल भविष्य की कामना कर सकें।
- जो हो रहा है अच्छे के लिये हो रहा है और अभी जो आप कर रहे हैं वो आगे चलकर आपके किसी न किसी काम आयेगा आप बस अपने आप में विश्वास रखकर करते जाइये जो कर रहे हैं।
- कभी कभी आपको जिंदगी ठोकर मारती है लेकिन आप विशवास मत खोईये
- ऐसे काम का तलाशना जिसे करते हुये आप इन्जवाय करते है उसे जानना बहुत जरूरी होता है अपने काम से प्यार करना जरूरी होता है क्योंकि
- आपका काम आपकी जिंदगी का एक बहुत बड़ा हिस्सा होता है........... यदि आप वास्तिवक रूप से अपने जीवन में संतुष्ट होना चाहते हैं तो वो करें जो करना चाहते हैं। और अभी तक आपको वो काम नहीं मिला है तो रूकिये मत उसे खोजते रहियें। ओर जेसे कि अक्सर होता है जो वो काम मिलेगा तो आपको पता चल जायेगा।
शिक्षा का महत्व-
- इतिहास गवाह है कि एक राजा अपनी शक्ति के बल पर वहीं तक पूजा जाता है जहां तक उसका साम्राज्य फैला होता है। वो केवल अपनी प्रजा का प्रिय होता है। पर अपने ज्ञान की कीर्ति फैलाने वाले महान विद्वान सिर्फ अपनी जन्मभूमि में ही नहीं बल्कि संपूण विश्व में पूजे जाते हैं। संपूर्ण मानव जाति के लिए प्रेरणा को स्त्रोत बनते हैं।
- इसलिए आप सब से मेरा आग्रह यही है कि सीखते रहिये। ज्ञान का धनी व्यक्ति हमेसा सम्मान और आदर योग होता है क्योंकि ज्ञान वो कवच है शील्ड है जो आपके जीवन में आने वाली कठिनाइयों से आपकी रखा करेगा। फिर भी किसी शस्त्र की आपको आवश्यकता नहीं होगी।
शिक्षकों के द्वारा विद्यार्थियों के लिए विदाई भाषण
आदरणीय प्राचार्य महोदय, उप-प्राचार्य, मेरे साथियों और मेरे प्यारे विद्यार्थियों, सभी को सुप्रभात।
यह बहुत विशेष दिन है, जब हम 12वीं कक्षा के, वर्ष 2204 के, बच्चों के लिए
विदाई समारोह का आयोजन कर रहे हैं।
आज 15 मार्च को हम
बड़ी संख्या में छात्रों के युवा समूह को, इस स्कूल में लगभग 12 साल व्यतीत करने के बाद विदाई देने के लिए इकट्ठा हुए हैं।
आप सभी ने, यहाँ से बाहर
जाकर कॉलेज से जुड़ने और देखने के लिए वर्षों का इंतजार किया है, आखिरकार, इतने लम्बे
इंतजार के बाद वो दिन आ ही गया जब आप इस स्कूल को छोड़कर अपने भविष्य को नया रुप
देने के लिए कॉलेज में प्रवेश लोगे।
12वीं कक्षा के
छात्रों का कक्षा-अध्यापक होने के नाते, मैं आप सभी के बारे में, इन 12 सालों के साथ
में मैंने जो कुछ भी महसूस किया है, उसके बारे में कुछ कहना चाहता हूँ। आप सभी वास्तव में, अपनी सज्जनता के
कारण मुझसे अपनी प्रशंसा सुनने के पात्र हो।
मेरे प्यारे विद्यार्थियों, हमें आप सभी को उज्ज्वल भविष्य के लिए तैयार
करने और आकार देने में 12 साल का लम्बा
समय लगा। समय के साथ अध्यापकों ने भी विद्यार्थियों के साथ में बहुत कुछ सीखा।
इसलिए मैंने भी यही किया,
मैंने आप में
अपना बचपन बढ़ते हुए देखा है। आगे बढ़ने और छात्रों को आकार देने के लिए, छात्रों और
अध्यापकों को साथ में मिलकर प्रयास करने पड़ते हैं और अच्छे परिणामों के लिए साथ
मिलकर एक ताकत के रुप में कार्य करना पड़ता है।
विद्यार्थी, अध्यापकों के कार्यों का विषय, अध्यापकों के
विचारों का लक्ष्य और अध्यापकों के प्रयासों प्रतिबिम्ब होते हैं। यह सत्य है कि, हमने आप सभी को
शिक्षित किया है हालांकि,
यह भी सत्य है कि, हमने भी आप सभी
से बहुत कुछ सीखा है। यह बहुत लम्बा सफर था हालांकि, आप सभी की भविष्य में कुछ बेहतर करने की
दृढ़इच्छा के कारण बहुत जल्दी बीत गया। इस स्कूल ने आपके बचपन और किशोरावस्था को
देखा है, और अब आप सभी
जीवन की युवा अवस्था में प्रवेश करने के लिए अग्रसर हो। बाल अवस्था में आपको
अध्ययन का कार्य कराना बहुत मुश्किल कार्य था हालांकि, यह युवा अवस्था
में थोड़ा आसान जरुर हो गया। हमने जो कुछ भी किया (चाहे अच्छा या बुरा), वो आप सभी को देश
के भविष्य के लिए अच्छे मनुष्य के रुप में आकार देने की एक प्रक्रिया थी।
यह सभी हमारी जिम्मेदारी थी: कभी-कभी हमने तुम्हें प्यार
किया और देखभाल की और कभी-कभी तुम्हें कठिन कार्यों को पूरा करने के लिए दिया।
मेरे प्यारे छात्रों, आप सभी को मेरी
यह सलाह है कि, इस स्कूल की
दहलीज पर खड़े होकर पीछे की ओर मुड़कर मत देखना। आगे की ओर देखते हुए और आगे बढ़ते
हुए संसार को देखना, हमारी शुभकामनाएं
सदैव आपके साथ हैं। मेरे बच्चों संसार को आप जैसे अधिक बुद्धिमान युवाओं की
आवश्यकता है। सफलता आपके रास्ते में होगी। बस अपने दिमाग में यही रखना कि, आप अपने सभी
कार्यों में सही हो और यह भी मत भूलना कि, सच की हमेशा जीत होती है। दूसरों को खुश करने की अपनी शक्ति
का प्रयोग सभी को खुश करने में करना न कि दुखी करने में। किसी भी बुरी स्थिति में
कभी भी आत्मसमर्पण मत करना और खुद में विश्वास रखना। जाओ और अपना नाम, धन, प्रसिद्धि कमाओ
और हमारे पास अपनी सफलता की कहानी सुनाने के लिए वापस आओ। मैं स्वामी विवेकानन्द
जी के द्वारा कहे गए कुछ शब्दों को कहना चाहता हूँ:
“एक विचार लो और
उस विचार को अपने जीवन का सार बना लो- उसी को सोचो और उसी के स्वप्न देखो। उस
विचार से अपने मस्तिष्क, पेशियों, कोशिकाओं, शरीर के हरेक भाग
को उससे भरने दो और दूसरे अन्य विचारों को अकेला छोड़ दो। यही सफलता का रास्ता है।”
धन्यवाद।
प्राचार्य द्वारा छात्रों के लिए विदाई भाषण
सम्मानित शिक्षकों और मेरे प्यारे छात्रों के लिए नमस्कार।
हम सभी यहाँ 12वीं कक्षा के
बुद्धिमान छात्रों को विदाई देने के लिए इकट्ठा हुए हैं। आज 16 मार्च को, विदाई समारोह में
आप सभी का स्वागत है। मैं अपने शब्दों में, अपने 12वीं कक्षा के प्रिय छात्रों के बारे में कुछ कहना चाहता
हूँ। विद्यार्थी किसी भी स्कूल की सबसे कीमती सम्पत्ति होते हैं, उनके बिना शिक्षक
और विद्यालय कुछ भी नहीं है। यद्यपि, यह भी सत्य है कि, विद्यार्थी भी एक अच्छे अध्यापक के बिना कुछ नहीं है या
अधूरे हैं। इसलिए, एक दूसरे के
महत्व के लिए दोनों ही बराबर जिम्मेदार है। हम यह नहीं कह सकते, कि केवल शिक्षक
ही, छात्रों के जीवन
में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं हालांकि, विद्यार्थी भी शिक्षक के महत्व और मूल्य को बनाने में महान
भूमिका निभाते हैं। छात्रों के भविष्य को आकार देने और निर्माण करने में, दोनों की ही
सम्मान भागीदारी की आश्यकता है।
एक अच्छा विद्यार्थी, एक अच्छे शिक्षक की अनुपस्थिति में कुछ नहीं कर सकता और जब किसी
शिक्षक को अच्छा छात्र नहीं मिलता तो वह उसे अपना दुर्भाग्य समझता है। यह शिक्षक
की जिम्मेदारी होती हैं कि,
वह अपने छात्र को
सही रास्ते पर लाए हालांकि,
यह छात्र की भी
जिम्मेदारी है कि वह अपने शिक्षक की बताई हुई बातों का पालन करे। उन्हें विद्यालय
में समान रुप से एक दूसरे का समर्थन करने की आवश्यकता है। हमारे विद्यार्थी बहुत
ही अनुशासित, अच्छे संस्कारों
वाले, समय के पाबंद, और जिम्मेदार
व्यक्ति है। इन्होंने स्कूल के लिए अपने सभी दायित्वों को पूरा किया है, जिसके कारण हमारे
स्कूल ने बहुत विकास किया और पूरे जिले में सबसे अच्छी शिक्षा को प्रदान करने वाले
स्कूल की छवि बनाई है। यह सबकुछ मेरे प्रिय छात्रों और शिक्षकों के कठिन प्रयासों
के माध्यम से संभव हो पाया है।
12वीं कक्षा के
विद्यार्थियों की बॉस्केटबॉल आन्तरिक स्कूल प्रतियोगिता में जिला स्तरीय जीत ने
मुझे वास्तव में, आश्चर्यचकित कर
दिया। मेरी यही इच्छा है कि, मेरे छात्र पहले से भी अधिक आगे बढ़े और इस स्कूल का और
अपने माता-पिता का नाम रोशन करें। छात्रों के इतने सालों के कठिन परिश्रम और
संघर्ष के बाद, अब आप सभी को
अलविदा कहने का समय आया है ताकि, आप संसार को अपने कॉलेज जीवन को पूरा करने के बाद देख सको।
मेरे प्यारे छात्रों, मेरे अपने अनुभव के अनुसार, आपको अपने जीवन में बहुत सी कठिन चुनौतियों का
सामना करना पड़ेगा। तो भी आप उनसे घबराना नहीं, और मजबूत आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ते जाना। यह तुम्हारा
विश्वास, साहस, धैर्य और कठिन
परिश्रम ही है, जो तुम्हें
भविष्य में आगे की ओर ले जाएँगे और तुम्हें उज्ज्वल भविष्य प्रदान करेंगे। मेरी
शुभकामनाएं सदैव आपके साथ है। मैं एल्बर्ट आइंसटिन की कही लाइन आपसे कहना चाहूँगा:
“सफल व्यक्ति बनने
की कोशिश मत करो, लेकिन इसके स्थान
पर मूल्यवान व्यक्ति बनो।”
धन्यवाद।
जूनियर्स के द्वारा छात्रों को विदाई भाषण
आदरणीय महानुभावों, सम्मानीय प्रधानाचार्य, सर,
मैडम, मेरे सीनियर्स और
प्यारे मित्रों, आप सभी को
सुप्रभात। मैं सभी जूनियर्स की तरफ से अपने सीनियर्स के विदाई समारोह पर कुछ कहना
चाहता हूँ। आज हमारे स्कूल के 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों का विदाई समारोह है। हमने इस
प्रतिष्ठित स्कूल में एक साथ खेल के मैदान में, पुस्तकालय में और प्रयोगशाला में बहुत मस्ती की है। हम
अलग-अलग परिवेश से आते हैं हालांकि, स्कूल में एक जैसे लगते हैं क्योंकि हम एक जैसी स्कूल ड्रेस
पहनते हैं। हम सभी अलग-अलग भावनाएं और नजरिया रखते हैं हालांकि, हम स्कूल में
अपने सीनियर्स से अच्छे व्यवहार को सीखते हैं।
जब कभी भी हमें अपने ग्रह कार्य या स्कूल के कार्य के लिए
दंडित किया गया, हमारे सीनियर्स
ने हमेशा हमारी मदद की। आप हमेशा हरेक परिस्थिति में हमारी मदद के लिए तैयार रहते
हैं। आपने फुटबॉल मैच प्रतियोगिता और क्विज प्रतियोगिता के दौरान हमारी बहुत मदद
की थी। जब कभी भी मैं, अपने सीनियर्स के
साथ पिछले बीते हुए पलों के बारे में सोचता हूँ तो, मैं आशा से भर जाता हूँ और सोचता हूँ कि, मैं भी सीनियर हो
गया हूँ, तो मुझे भी अपने
जूनियर्स के लिए समान जिम्मेदारियों को उठाकर अच्छा सीनियर बनना चाहिए।
मेरे प्यारे वरिष्ठ सहयोगियों, आज आप स्कूली
जीवन से छुट्टी लेकर, बेहतर भविष्य
बनाने के लिए कॉलेज जीवन की ओर अग्रसर हो रहे हो। आपकी सफलता में कोई संदेह नही
है। मैं आपके बेहतर भविष्य के लिए शुभकामनाएं देता हूँ। आपको विदाई देना हमारे लिए
बहुत मुश्किल है, लेकिन हमें अपने
स्कूल की परम्परा को निभाते हुए आपको विदा करना पड़ेगा। मेरा आप सभी से निवेदन है
कि, आप हमें भूल मत
जाना, हमें हमेशा आपकी
जरुरत पड़ेगी। मुझे महात्मा गाँधी के कहे गए कुछ शब्द याद आ रहे हैं:
“ऐसे जीयो जैसे कि, कल तुम मरने वाले
हो। सीखो ऐसे जैसे तुम सदा रहने वाले हो।”
धन्यवाद।
________________________________________
विदाई समारोह पर छात्रों के द्वारा विदाई भाषण
आदरणीय प्राचार्य, शिक्षक एवं शिक्षिकाएं, प्यारे जूनियर्स और मेरे प्रिय साथियों, आप सभी को शुभ
संध्या। मैं आप सभी के सामने, इस विदाई समारोह में अपनी कक्षा की ओर से भाषण देना चाहता
हूँ। आज हमारा विदाई समारोह है और इस स्कूल में एक विद्यार्थी के रुप में हमारा आखिरी
दिन भी है। वास्तव में, हमने इस स्कूल
में, अपने प्रवेश लेने
के समय से ही बहुत मस्ती की है। हमने यहाँ से अपनी 12वीं कक्षा पास की है और कुछ पेशेवर डिग्री
प्राप्त करके अपने कैरियर के निर्माण के लिए कॉलेज में प्रवेश लेना पड़ेगा। हम सभी
अध्यापकों के सहयोग को कभी नहीं भूल सकते। हमें अपने शिक्षकों और शिक्षिकाओं
द्वारा सिखाये गए सभी शिष्टाचार हमेशा याद रहेंगे।
हम बहुत साल पहले इस स्कूल से जुड़े थे हालांकि, यह लगता है कि वह
कल ही था जब हम इस स्कूल में आए थे और अलग होने का समय बहुत जल्दी आ गया। इस स्कूल
का शैक्षिक वातावरण बहुत ही कड़ा, और प्रोत्साहित करने वाला है। हम इसे बहुत अधिक पसंद करते
हैं। हमने अच्छी शिक्षा के साथ ही बहुत से अनुभव लिए हैं। मैं कुछ खुशनुमा पल आपके
साथ साझा करना चाहता हूँ। मैं बचपन में बहुत शरारती था और आमतौर पर कक्षा में अपने
मित्रों को परेशान किया करता था। तो भी, केवल मेरे कक्षा अध्यापक के पढ़ाने के तरीके से मेरा सारा
बुरा व्यवहार अच्छे व्यवहार में बदल गया। मैं अपने सभी अध्यापकों का आभारी हूँ, जिन्होंने मुझे
एक अच्छा विद्यार्थी बनाया।
मुझे आज भी, अपने मित्रों के साथ अपनी सभी अच्छी और बुरी यादें, याद हैं जैसे; तेज-तेज हसना, मजाक, उपन्यास पढ़ना, अपने मित्रों का
छिपकर खाना खा लेना, सड़कों पर भागना, सीढियों पर दौड़
प्रतियोगिता करना, अपने दोस्तों का
मिलकर मजाक बनाना, एक दूसरे के साथ
मस्ती करना आदि। इस तरह की,
ये सभी यादें
मेरे लिए मूल्यवान हैं और हमेशा मेरे दिल में रहेंगी। स्कूल हमारे दूसरे घर की तरह
था जहाँ हमें भविष्य के लिए तैयार किया गया। मुझे नहीं पता कि, मैं भविष्य में
कभी अपने दोस्तों से मिल भी पाऊँगा या नहीं पर निश्चित ही उनसे सोशल मीडिया जैसे; फेसबुक, ई-मेल, ट्विटर, लिंक्ड़-इन, स्काईप और गूगल-प्लस
आदि के माध्यम से जुड़ा अवश्य रहूँगा।
मैं अपने शिक्षकों को उनके सभी प्रयासों के लिए और अपने
प्यारे दोस्तों को और जूनियर्स को उनके प्यार और दोस्ती के लिए बहुत आभारी हूँ।
साथ ही मैं, अपने दोस्तों से
अपने बुरे बर्ताव के लिए मॉफी भी माँगता हूँ। मैं अपने मित्रों और जूनियर्स को
उनके बेहतर भविष्य के लिए शुभकामनाएं देता हूँ।
धन्यवाद।
.................
यहाँ उपस्थित विद्यालय के सभी सम्माननीय शिक्षक गण और मेरे
प्यारे छात्रों, आप सभी का यहाँ
स्वागत है। आज हम सब यहाँ कक्षा 12वीं के छात्रों को विदाई देने के उद्देश्य से एकत्रित हुए
हैं। यही नहीं, इस समारोह के
जरिये हम उन्हें आगे आने वाले समय और उनकी बेहतर ज़िन्दगी के लिए मंगल कामना करते
हुए आगे बढ़ने की शुभकामनाएं भी देंगे।
ये तो हम सभी जानते हैं कि छात्र और शिक्षक, ये दोनों ही के
दूसरे के लिए बहुत महत्वपूर्ण होते हैं और इनका आपस में महत्वपूर्ण संबंध होता है।
यूँ कह सकते हैं की छात्र और शिक्षक एक दूसरे के पूरक होते हैं। शिक्षक भले ही
छात्रों को शिक्षित करते हैं लेकिन उन्हें अपने छात्रों से भी बहुत कुछ सीखने का
अवसर मिलता है।
जहाँ एक तरफ वो उन्हें किताबी शिक्षा के साथ-साथ, अनुशासन और
संस्कार का पाठ पढ़ाकर उन्हें समय का पाबंद और एक जिम्मेदार व्यक्ति बनाते हैं तो
वही दूसरी तरफ छात्र अपनी शिक्षा, संस्कार और समझदारी का परिचय देते हुए सफलता प्राप्त करते
हैं और अपने शिक्षकों का मान बढ़ाते हैं।
ऐसे बहुत से किस्से हैं इन छात्रों के जो आज भी हमारे स्कूल
के लिए सम्मान की बात है। (इसका विस्तृत वर्णन कर सकते हैं।) आज भी हमारे स्कूल के
छात्रों द्वारा हासिल की गयी अभी तक की उपलब्धियों से समाज को प्रेरणा मिलती है।
साथ ही आने वाली पीढ़ियां भी अपने सीनियर्स को देखकर उनसे सीख ले रहे हैं।
कहते हैं कि किसी भी व्यक्ति के व्यक्तित्व का निर्माण उस
की आधारभूत शिक्षा से होता है। और हमारे सभी छात्रों का चरित्र व व्यक्तित्व बहुत
ही प्रशंसनीय है। इसे देखते हुए मैं उम्मीद करता हूँ कि आगे भी ये छात्र ऐसे ही
लगन और मेहनत से अपने सभी कार्य करते रहेंगे और आगे चलकर नयी नयी ऊंचाइयों को
स्पर्श करेंगे और साथ ही इस स्कूल का नाम भी रौशन करेंगे।
आप सभी को हम सब की तरफ से आने वाले सुनहरे भविष्य के लिए
शुभकामनाएं। हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि आप सभी स्वस्थ, समृद्ध और खुशहाल
रहे और इसी के साथ मैं अपने शब्दों को विराम देना चाहूंगा।
शिक्षकों के विदाई समारोह हेतु विदाई भाषण
आदरणीय प्रधानाचार्य महोदय, सभी शिक्षक गण और यहाँ उपस्थित मेरे सभी
साथियों ! मैं (अपना नाम बताएं), आज आप सब का इस अवसर पर स्वागत करता हूँ। आज हम सभी यहाँ
हमारे आदरणीय शिक्षक (उनका नाम बताये) जी के विदाई समारोह के अवसर पर उपस्थित हुए
हैं।
इस अवसर पर प्रधानाचार्य जी द्वारा मुझे बोलने / विचार रखने
का अवसर दिया गया है, जिस के लिए मैं
आप सभी का आभारी हूँ। और मैं हमारे प्रिय शिक्षक श्री (नाम) जी के विदाई के अवसर
पर, अपने सभी साथियों
और अन्य विद्यार्थियों की ओर से विचार रखूँगा।
हम सभी जानते हैं कि छात्रों के लिए एक शिक्षक का महत्व
क्या होता है। एक अध्यापक न सिर्फ छात्रों के जीवन में शिक्षा का उजाला लाता है
बल्कि उन्हें जीवन को जीने के लिए व्यावहारिक ज्ञान भी प्रदान करता है। वो कहते
हैं न कि एक शिक्षक के हाथों में आने वाला भविष्य होता है।
क्योंकि वो ही आने वाली पीढी को शिक्षित करते हैं और उनके
व्यक्तित्व का निर्माण भी करते हैं। माता पिता के बाद यदि किसी को ईश्वर का दर्जा
हासिल है तो वो हमारे गुरु हैं। बल्कि आप ने शिक्षक की महिमा का गुणगान इस दोहे से
समझ सकते हैं।
गुरू ब्रह्मा गुरू विष्णु, गुरु देवो महेश्वरा।
गुरु साक्षात परब्रह्म, तस्मै श्री गुरुवे नमः।।
जिसका अर्थ होता है कि गुरु ही ब्रह्मा है, गुरु ही विष्णु
है और गुरु ही भगवान शंकर है। गुरु ही साक्षात परब्रह्म है। ऐसे गुरु को मैं
प्रणाम करता हूं।
ऐसे ही हमारे जीवन में एक गुरु की भूमिका में हमारे शिक्षक
(नाम) जी भी हैं। जिन्होंने हमें शिक्षा देने के साथ ही स्वावलंबी, समय के पाबंद
होने, मेहनत, लगन और उच्च
चरित्र का पाठ भी पढ़ाया। इसके अतिरिक्त हमें गलतियां करने पर, कभी सख्ती करके
तो कभी प्रेम से समझाकर सही राह भी दिखाई।
हमारी कमियों को दूर करते हुए और हमें अनुशासन का पाठ पढ़ाते
हुए उन्होंने हमें पहले से भी बेहतर बनाया है। जिस के लिए हम उनके सदैव ऋणी
रहेंगे।
हम सभी छात्रों ने इतने वर्षों से आप को पढ़ाते देखा है और
हमेशा आप से कुछ न कुछ सीखा है। आप के पढ़ने के तरीके, हमारे प्रति आप
का प्रेमपूर्ण रवैया और हमारी शिक्षा व अन्य संबंधित समस्याओं को चुटकियों में
सुलझाने का हुनर आप को हम सब का प्रिय अध्यापक बनाता है।
हम खुद को भाग्यशाली मानते हैं कि हमने आप से आत्मविश्वास, संयम, लगन शीलता और काम
के प्रति ईमानदारी जैसे गुणों को आत्मसात करने का पूरा प्रयास किया है उसमें सफल
भी हैं। हम ईश्वर से आप के आगे के जीवन हेतु अच्छे स्वास्थ्य, समृद्धि और
खुशहाल जीवन की प्रार्थना करते हैं।
आज आप के इस विदाई समारोह के अवसर पर हम सभी छात्र और
छात्राएं आप की छत्रछाया में पढ़ने के लिए धन्यवाद करना चाहते हैं। हमसे यदि कोई
जाने अनजाने में कोई गलती हो गयी हो तो उसके लिए हम आप से क्षमा प्रार्थी हैं।
इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपने भाषण को विराम देता हूँ और साथ ही आप सभी को मेरे
विचार सुनने के लिए आप का धन्यवाद करता हूँ।
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आदरणीय प्राचार्य महोदय सम्मानित शिक्षक साथियों
प्यारे विद्यार्थियों । जैसे कि आज सबको विदित है कि आज कक्षा 12वीं की विद्यार्थियों का
विदाई समारोह कार्यक्रम आयोजित किया गया है। आज की इस विदाई समारोह का मुख्य उद्देश्य यह है की हम अपने
विद्यार्थियों जिन्होंने शिक्षा पूर्ण कर अभी अभी अपने exam भी दे दिये हैं और exam में बहुत अछे
से पास होने वाले हैं उन्हें हम इस विद्यालय से विदा कर सकें और उनके उज्जवल भविष्य की कामना कर सकें।
वैसे तो आज एक इमोशनल
मोमेंट है क्योंकि हमारे स्टूडेंट्स इस स्कूल से विदा लेकर जाने वाले हैं। और मैं आपको बताना चाहूँगा जितना भावुक आप महसूस कर रहे
हैं उतना ही हम सभी शिक्षक भी महसूस कर रहे हैं । भावुक होने के साथ साथ आज एक खुशी का भी दिन है क्योंकि आज आप अपने सुनहरे भविष्य के लिए तैयार है।
आने वाले समय में आप अपने जीवन के एक नए सफर की शुरुआत करने वाले
हैं। इस जीवन के सफर से संबन्धित कुछ कुछ महत्वपूर्ण बात है जो मैं यहां पर बताना चाहता हूं।
यह जिंदगी बहुत अजीब है यहां पर कोई एक चीज खत्म
हो रही है वही कोई एक चीज आपके लिए शुरू हो रही है। जिंदगी सिर्फ अच्छी-अच्छी नहीं है आपके जीवन में ऐसे भी पल
आयेंगे जिसमे आप अपने आपको अकेला दुखी और मुसीबतों से घिरा हुआ पायेंगे। उस समय ये बात याद रखना जिस तरह हमारा अच्छा समय बहुत जल्दी बीत जाता है उसी तरह बुरा वक्त भी बीत
जायेगा। बुरा वक़्त आए तो निराश नहीं होना है संघर्ष करना
है यह जीवन सिर्फ संघर्ष ही तो है।
मुझे पूरी उम्मीद ही नहीं यकीन है भविष्य में कोई ना कोई मुकाम जरूर हासिल करेंगे लेकिन भी मुकाम हासिल करने
के लिए सफल होने के लिए अपने आत्मसम्मान और संस्कारों के साथ समझौता नहीं करेंगे । सफल होने के लिए कोई भी गलत रास्ते का सहारा नहीं लेंगे । एक और बात और आपसे कहना
चाहूंगा जीवन मे आप कितने भी सफल हो जाएँ
आप हमेसा माता-पिता अपने परिवार जनों और अपनो से बड़ों का सम्मान करना।
जैसा की आज हम अपने चारों और देखते हैं की दुनिया में बुराई और अच्छाई दोनों मौजूद हैं। आने वाला समय भी ऐसा होगा जो बुराई और अच्छाई का मिक्सचर होगा जिसमे बुराई ज्यादा होगी । इस बुरे वक्त में आपके संस्कार और आपकी शिक्षा
ही एक ऐसी चीज हैं जो जीवन रूपी नैया को पार लगाएगी। और मुसीबतों सा बचाएगी ।
आज के समय जिस तरीके से समाज का पतन हो रहा है । इस दौर में शिक्षित होने के साथ-साथ एक अच्छा इंसान होना भी बहुत बड़ी बात है। आप एक अच्छा इंसान बनेंगे देश के अच्छे नागरिक बनेंगे ऐसी आपसे उम्मीद है। एक अंतिम बात आपसे कहना चाहूँगा नशा किसी भी प्रकार का मत करना यह आपके जीवन को बर्बाद कर देगा । नशा और नशा करने वालों दोनों से दूर रहना ।
अब चूंकि आप आपके जीवन का एक नया सफर शुरू होने वाला है.... तो आपके लिए एक छोटी सी कविता है कहीं सुना था अछि लगी आप भी सुनिएगा : -
राहों में मुश्किल होगी
हजार,
तुम दो कदम बढाओ तो सही,
हो जाएगा हर सपना साकार,
तुम चलो तो सही, तुम चलो तो सही।
मुश्किल है पर इतना भी नहीं,
कि तू कर ना सके,
दूर है मंजिल लेकिन इतनी भी
नहीं,
कि तु पा ना सके,
तुम चलो तो सही, तुम चलो तो सही।
एक दिन तुम्हारा भी नाम
होगा,
तुम्हारा भी सत्कार होगा,
तुम कुछ लिखो तो सही,
तुम कुछ आगे पढ़ो तो सही,
तुम चलो तो सही, तुम चलो तो सही।
सपनों के सागर में कब तक
गोते लगाते रहोगे,
तुम एक राह चुनो तो सही,
तुम उठो तो सही, तुम कुछ करो तो सही,
तुम चलो तो सही, तुम चलो तो सही।
कुछ ना मिला तो कुछ सीख
जाओगे,
जिंदगी का अनुभव साथ ले
जाओगे,
गिरते पड़ते संभल जाओगे,
फिर एक बार तुम जीत जाओगे।
तुम चलो तो सही, तुम चलो तो सही।
बहुत-बहुत धन्यवाद आप सभी
विद्यार्थियों को आपके
उज्जवल भविष्य की हार्दिक
शुभकामनाएं