हाइपोथैलेमस से निकालने वाले हार्मोन और उनके कार्य
हाइपोथैलेमस से निकालने वाले हार्मोन और उनके कार्य
- हाइपोथैलेमस, डाइनसिफेलॉन (अग्रमस्तिष्क पश्च) का आधार भाग है और यह शरीर के विविध प्रकार के कार्यों का नियंत्रण करता है।
- इसमें हार्मोन का उत्पादन करने वाली कई तंत्रिकास्त्रावी कोशिकाएं होती हैं जिन्हें न्यूक्ली कहते हैं।
- हाइपोथैलेमस से निकालने वाले हार्मोन पीयूष ग्रंथि से स्रवित होने वाले हार्मोन के संश्लेषण और स्राव का नियंत्रण करते हैं।
हाइपोथैलेमस से निकालने वाले हार्मोन
- मोचक हार्मोन (जो पीयूष ग्रंथि से हार्मोन से स्त्राव को प्रेरित करते
हैं) और
- निरोधी हार्मोन (जो पीयूष ग्रंथि से हार्मोन को रोकते हैं)।
उदाहरणार्थ:
गोनेडोट्रोफिन मुक्तकारी
- हाइपोथैलेमस से निकलने वाला गोनेडोट्रोफिन मुक्तकारी हार्मोन के स्त्राव पीयूष ग्रंथि में गोनेडोट्रोफिन हार्मोन के संश्लेषण एवं स्राव को प्रेरित करता है।
सोमेटोस्टेटिन हार्मोन,
- वहीं दूसरी ओर हाइपोथैलेमस से ही नवित सोमेटोस्टेटिन हार्मोन, पीयूष ग्रंथि से वृद्धि हार्मोन के स्राव का रोधक है। ये हार्मोन हाइपोथैलेमस की तंत्रिकोशिकाओं से प्रारंभ होकर, तंत्रिकाक्ष होते हुए तंत्रिका सिरों पर मुक्त कर दिए जाते हैं। ये हार्मोन निवाहिका परिवहन-तंत्र द्वारा पीयूष ग्रंथि तक पहुंचते हैं और अग्र पीयूष ग्रंथि के कार्यों का नियमन करते हैं। पश्च पीयूष ग्रंथि का तंत्रिकीय नियमन सीधे हाइपोथैलेमस के अधीन होता है.