PVTG क्या होता है ? भील जनजाति की प्रमुख बातें
भील जनजाति की प्रमुख बातें
- भील सबसे बड़े जनजातीय समूहों में से एक हैं, जो छत्तीसगढ़, गुजरात, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश और राजस्थान में रहते हैं।
- यह नाम 'बिल्लू' शब्द से लिया गया है, जिसका अर्थ है धनुष।
- भील अपने स्थानीय भौगोलिक परिवेश के गहन ज्ञान के साथ-साथ उत्कृष्ट धनुर्धर माने जाते हैं।
- ये परंपरागत रूप से गुरिल्ला युद्ध में निपुण माने जाते रहे हैं, जिनमें से वर्तमान में अधिकांश किसान और खेतिहर मज़दूर हैं होने के साथ ही कुशल मूर्तिकार भी हैं।
PVTG क्या होता है
विशेष रूप से कमज़ोर
जनजातीय समूह (PVTG) कौन हैं?
जनजातीय समूहों में PVTG अधिक असुरक्षित
हैं। इस परिस्थिति के परिणामस्वरूप विकसित और सशक्त जनजातीय समूहों को जनजातीय
विकास धन का एक बड़ा हिस्सा प्राप्त होता है। ऐसे में, PVTG को अपने विकास के
लिये अधिक धन की आवश्यकता होती है।
ढेबर आयोग ने वर्ष 1973 में आदिम
जनजातीय समूहों (PTG) की एक अलग श्रेणी
बनाई जो आदिवासी समूहों में कम विकसित थे। वर्ष 2006 में भारत सरकार ने PTG का नाम बदलकर PVTG कर दिया।
इस संदर्भ में वर्ष 1975 में भारत सरकार
ने सबसे कमज़ोर जनजातीय समूहों को PVTGs नामक एक अलग श्रेणी के रूप में पहचानने की पहल
की थी। प्रारंभ में 52 जनजातीय समूहों
को PVTG के रूप में
वर्गीकृत किया गया, जबकि वर्ष 1993 में इस श्रेणी
में 23 अतिरिक्त
जनजातीय समूहों को शामिल किया गया, जिससे 705 जनजातीय समूहों के तहत वर्तमान में PVTG की संख्या 75 हो चुकी है।
75 सूचीबद्ध PVTG’s में से सबसे अधिक संख्या ओडिशा में पाई जाती
है।