स्व-सहायता समूह बनाएं लोकल को वोकल
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि खेती के साथ हमें आय उपार्जन के दूसरे तरीकों की तरफ भी ध्यान देना होगा। लघु उद्योग स्थापित करने के लिये राज्य शासन प्रशिक्षण की व्यवस्था भी कर रहा है। जनजातीय क्षेत्रों में स्व-सहायता समूह बड़ी ताकत बनकर उभर रहे हैं। उन्होंने होशंगाबाद जिले के केसला के महिला स्व-सहायता समूह का उल्लेख करते हुए कहा कि मुर्गी पालन और मुर्गी दाना बनाने के व्यवसाय से समूह को तीन करोड़ की आय हुई। अनूपपुर और डिण्डौरी के स्व-सहायता समूहों की मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रशंसा करते हुए आदिवासी बहनों-माताओं को स्व-सहायता समूह बनाने के लिये प्रेरित किया। श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी लोकल को वोकल बनाने को प्रोत्साहित कर रहे हैं। अत: स्थानीय स्तर पर उपलब्ध सामग्री से बनने वाली चीजों के आधार पर व्यवसाय आरंभ करने के लिये पहल करना चाहिए। इसमें आदिम जाति कल्याण विभाग भी सहयोग देगा।राज्य सरकार ने ग्रामीण पथ विक्रेताओं के लिये भी कार्यक्रम प्रारंभ किया है, जिसमें छोटे स्तर पर व्यवसाय आरंभ करने वाले व्यक्तियों को 10 हजार रूपये की सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।