आर्मेनिया-अजरबैजान संघर्ष, मृतकों की संख्या हुई 95 - Daily Hindi Paper | Online GK in Hindi | Civil Services Notes in Hindi

Breaking

मंगलवार, 29 सितंबर 2020

आर्मेनिया-अजरबैजान संघर्ष, मृतकों की संख्या हुई 95

आर्मेनिया-अजरबैजान युद्ध में  मृतको की संख्या हुई 95





आर्मेनिया और अजरबैजान के मध्य चल रहे युद्ध में अब तक 95 लोगों की मौत हो गई है जिसमें 11 नागरिक तथा 84 आर्मी के जवान शामिल हैं. मृत 11 नागरिकों में से 9 अजरबैजान के तथा 2 आर्मेनिया के हैं. 2016 के बाद कि ये अबतक कि सबसे भयानक स्तिथी है. 

न्यूज़ एजेंसी AFP के अनुसार यूनाइटेड नेशन सिक्योरिटी कॉउन्सिल इमरजेंसी बैठक बुलाने वाली है, यह मीटिंग फ्रांस और जर्मनी के कहने पर बंद दरवाजे में हो सकती है.  


इसके पहले सोमवार को UN चीफ द्वारा दोनों देशों से युद्ध विराम कि अपील की थी.

वहीं दूसरी तरफ तुर्की इस ने अजरबैजान को हर तरह की मदद देने का वादा करके युद्ध को भड़काने की कोशिश की है साथ ही साथ तुर्की के राष्ट्र-पति एर्दोगन ने अरमेनिया के नागरिकों को भड़काने का काम करते हुए सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने की अपील की है।

वहीं अरमेनिया के प्रधानमंत्री ने विश्व बिरादरी से तुर्की को दोनों देशों के बीच हस्तक्षेप करने से रोकने की अपील की है।

वहीं रूस ने दोनों देशों से युद्ध रोकने की अपील की है साथ ही दोनों देशों के बीच शांति बहाली की कोशिश की जा रही है।

क्या है युद्ध का कारण-

दोनों देशों के बीच युद्ध का कारण 44000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैले नार्गोनो काराबाख नामक स्थान पर कब्जा करने की कोशिश है, अंतरराष्‍ट्रीय रूप से यह हिस्सा अजरबैजान का माना जाता है लेकिन उस पर आर्मेनिया के जातीय गुटों का अधिकार है। 




इस जगह के लोगों ने  1991 में खुद को अजरबैजान से स्वतंत्र घोषित करते हुए आर्मेनिया में शामिल होने की स्वीकृति दी, इस बात को अजरबैजान ने खारिज कर दिया। इसके बाद दोनों देशों की बीच इस जगह को कब्जे में लेने के लिये समय समय पर झड़पें होती रही है।

ज्ञात हो कि कश्मीर मसले पर तुर्की ने भारत का विरोध एवं पाकिस्तान का समर्थन किया था जबकि अरमेनिया ने कश्मीर मुद़दे पर भारत का समर्थन किया था।