संत रविदास के अनमोल विचार :कोई भी व्यक्ति छोटा या बड़ा अपने जन्म के कारण नहीं बल्कि अपने कर्म के कारण होता है। व्यक्ति के कर्म ही उसे ऊँचा या नीचा बनाते हैं - Daily Hindi Paper | Online GK in Hindi | Civil Services Notes in Hindi

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सोमवार, 28 सितंबर 2020

संत रविदास के अनमोल विचार :कोई भी व्यक्ति छोटा या बड़ा अपने जन्म के कारण नहीं बल्कि अपने कर्म के कारण होता है। व्यक्ति के कर्म ही उसे ऊँचा या नीचा बनाते हैं

 

गुरु रविदास (Guru Ravidas) जी का जन्म जन्म काशी में माघ पूर्णिमा दिन रविवार को संवत 1388 को हुआ था। उनके पिता का नाम राहू तथा माता का नाम करमा था। उनकी पत्नी का नाम लोना बताया जाता है। रविदास जी जिन्हें संत रविदास, गुरु रविदास, रैदास, रूहिदास और रोहिदास जैसे अनेको नाम से भी जाना जाता है एक परोपकारी और दयालु व्यक्ति थे।


भ्रम के कारण साँप और रस्सी तथा सोने के गहने और सोने में अन्तर नहीं जाना जाता, किन्तु भ्रम दूर होते ही इनका अन्तर ज्ञात हो जाता है, उसी प्रकार अज्ञानता के हटते ही मानव आत्मा, परमात्मा का मार्ग जान जाती है, तब परमात्मा और मनुष्य मे कोई भेदभाव वाली बात नहीं रहती। 

 






जीव को यह भ्रम है कि यह संसार ही सत्य है किंतु जैसा वह समझ रहा है वैसा नही है, वास्तव में संसार असत्य है।


मन चंगा तो कठौती में गंगा

अर्थ -यदि आपका मन पवित्र है तो साक्षात् ईश्वर आपके हृदय में निवास करते है।