कांग्रेस मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज
सिंह चौहान के 14 मंत्रियों के खिलाफ चुनाव आयोग पहुंची। कांग्रेस ने इन मंत्रियों
पर चुनाव अचार संहिता का उल्लंघन करने का आरोप लगाते हुए पद से हटाने की मांग की।
मध्यप्रदेश में 28 विधानसभा सीटों पर 3 नवंबर को उपचुनाव होने हैं। ये सभी मंत्री
पूर्व विधायक हैं और उपचुनाव लड़ रहे हैं।
कांग्रेस पार्टी का आरोप है कि ये सभी मंत्री
चुनाव जीतने के लिए अपने पद और वर्चस्व का खुलेआम दुरुपयोग कर रहे हैं। हालांकि, सत्तारूढ़ भाजपा सरकार ने सभी आरोपों
से इनकार कर दिया है। भाजपा सरकार ने कहा कि उसके उम्मीदवारों में से किसी ने पद
का दुरुपयोग नहीं किया है और ना ही आचार संहिता के किसी प्रावधान का उल्लंघन किया
है।
बता दें कि इन 14 मंत्रियों ने इस साल की
शुरुआत में कांग्रेस पार्टी और अपनी विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था और
बाद में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे। अब ये म़ंत्री राज्य में तीन
नवंबर को होने जा रहे उपचुनाव लड़ रहे हैं।
कांग्रेस ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी को शिकायत
सौंपी
मध्यप्रदेश कांग्रेस इकाई ने सोमवार को इन
मंत्रियों के खिलाफ राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को शिकायत सौंपी। कांग्रेस
प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने आरोप लगाया, "शिवराज सिंह चौहान के ये मंत्री मतदाताओं को लुभाने के लिए अपने पदों
का दुरुपयोग कर रहे हैं, झूठी योजनाओं की घोषणा कर रहे हैं,
अपने
रसूख का इस्तेमाल कर झूठी नींव रखने वाले समारोह कर रहे हैं। ये मंत्री आदर्श आचार
संहिता का उल्लंघन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन मंत्रियों के विभागों में
अधिकारी सत्तारूढ़ भाजपा के दबाव में काम कर रहे हैं ताकि पार्टी के लिए प्रचार
किया जा सके।" सलूजा ने मांग की कि इन मंत्रियों को स्वतंत्र और निष्पक्ष
उपचुनाव के लिए तत्काल प्रभाव से अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए।
मध्यप्रदेश के भाजपा प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी
ने सभी आरोपों को निराधार बताते हुए खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि इस तरह के
आरोप लगाना मानसिक रूप से परेशान करना है। अब ये मंत्री जनता की अदालत में हैं, जनता को उनकी किस्मत का फैसला करने
दें।