प्रथम महिला बाइकिंग ट्रेल मध्यप्रदेश
पर्यटन मंत्री सुश्री
उषा ठाकुर ने कहा कि निर्भीक, निडर और सुरक्षित पर्यटन कहीं है तो देश के हृदय
प्रदेश मध्यप्रदेश में है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के
लिये विशेष नवाचार पर्यटन विभाग द्वारा किये जा रहे है। इसमें 'टाइग्रेस ऑफ द
ट्रेल' एक ऐसा अनूठा
नवाचार है जिसमें हमारी बाइकर्स बहनें सभी राष्ट्रीय उद्यानों का लुत्फ उठाएंगी।
वही दूसरी और पर्यटन स्थलों का प्रचार-प्रसार भी करेंगी। मंत्री सुश्री ठाकुर ने
मध्यप्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा प्रदेश में साहसिक एवं सुरक्षित पर्यटन को बढ़ावा
देने के उद्देश्य से आयोजित की गई प्रथम महिला बाइकिंग ट्रेल को फ्लेग ऑफ कर रवाना
किया। इस मौके पर विधायक सुश्री नंदनी मरावी एवं प्रमुख सचिव पर्यटन श्री शिवशेखर
शुक्ला भी मौजूद थे।
मंत्री सुश्री ठाकुर
ने कहा कि पर्यटन के क्षेत्र में जितने नवाचारों के बारे में सोचें, उनको धरातल पर
उतारकर एक अनूठा संदेश न सिर्फ प्रदेश में अपितु पूरे राष्ट्र में जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी और मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान
बेटियों के लिये प्रतिबद्ध है, उनकी सुरक्षा के लिये जितने आयाम मध्यप्रदेश में
निर्मित किये गए, शायद अन्य प्रांत उतने आयामों पर विचार भी नहीं कर
पाते है। मंत्री सुश्री ठाकुर ने कहा कि मातृशक्ति राष्ट्र की आधार शक्ति है, वह विश्व की
निर्माण शक्ति है। वह प्रतिबद्ध होकर निकलती है तो चुनौतियों को अवसर में बदल देती
है। मंत्री सुश्री ठाकुर ने कहा कि बेटियॉं राष्ट्र का गौरव है, संस्कारी और
सशक्त बेटियाँ ही राष्ट्र की मजबूत नींव का निर्माण करती है। उन्होंने कहा कि
कोविड-19 ने पर्यटन के क्षेत्र में जो समस्या खड़ी की उन्हें ऐसे नवाचारों के
माध्यम से दूर कर पर्यटन को चरमोत्कर्ष तक ले जाना होगा। महिला बाइकर्स की यह
यात्रा मध्यप्रदेश के सुशासन को भी परिभाषित करेगी कि मध्यप्रदेश में बेटियाँ
निर्भीक और निडर होकर सुरक्षित घुम सकती है।
प्रमुख सचिव श्री
शिवशेखर शुक्ला ने कहा कि कोरोना के निराशाजनक माहौल में पर्यटन विभाग ने ऐसे
आयोजन का निर्णय लेकर चुनौतियों में नया रास्ता खोजा है। प्रदेश में पर्यटन की
अपार संभावनाएं है। उन्होंने बताया कि प्रथम महिला बाइकिंग 'टाइग्रेस ऑफ द
ट्रेल' एक ऐसा नवाचार
है जिसमें प्रदेश के पर्यटन स्थलों की ख्याति को और अधिक बढ़ाया जाएगा। महिला
बाइकर्स पर्यटन का आनंद लेकर जहां से भी गुजरेंगी वहां महिलाओं को भी आगे आने के
लिये प्रेरित करेंगी। प्रमुख सचिव ने कहा कि मध्यप्रदेश में महिला बाइकर्स की यह
पहली राइड हो रही है, जो 19 से 25 नवम्बर तक मध्यप्रदेश के पर्यटन
क्षेत्रों का भ्रमण कर प्रदेश के पर्यटन को बढ़ावा देगी और उसका प्रचार-प्रसार
करेंगी।
प्रमुख सचिव श्री
शुक्ला ने कहा कि मध्यप्रदेश अब पर्यटन के लिये पूरी तरीके से खुला है। बिना किसी
रूकावट के कोई भी पर्यटक प्रदेश में कही भी आ सकते है उनकी सुरक्षा का दायित्व
प्रदेश सरकार ने लिया है। स्वास्थ्य सुविधाओं की बेहतर चैन पूरे प्रदेश में चारों
ओर बिछायी गई है, जिससे किसी को कोई असुविधा न हों। यह संदेश महिला
बाइकर्स द्वारा अपने भ्रमण के दौरान दिया जाएगा। ये सभी महिला बाइकर्स प्रदेश के
लिये ब्रांड एम्बेसडर के रूप में काम करेंगी। इससे मध्यप्रदेश की राष्ट्रीय
अंतर्राष्ट्रीय ख्याति बढ़ेगी। प्रमुख सचिव ने कहा कि महिला बाइकर्स 6 दिन में 1500
कि.मी. पर्यटन स्थलों का भ्रमण कर मध्यप्रदेश के सुरक्षित वातावरण का संदेश देंगी।
महिला बाइकर्स सुश्री
मीनाक्षी ने कहा कि महिलाओं को लेकर इस प्रकार की प्रथम राइड मध्यप्रदेश में हो
रही है। ग्रुप में मध्यप्रदेश सहित ऑल इण्डिया की गर्ल्स राइडर मौजूद है। एकसाथ
इतने सारे पर्यटन स्थलों का एक ही राइड में भरपूर एडवेंचर मिलेगा। इटली की बाइकर्स
सुश्री सिलवाना ने पर्यटन विभाग का धन्यवाद करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में
महिलाओं के लिये स्वतंत्रता और सुरक्षा का वातावरण है। इस कार्यक्रम का हिस्सा
बनकर मैं अपने आपको गौरवान्वित महसूस कर रही हूँ।
शुरूआत में मंत्री
सुश्री ठाकुर ने महिला बाइकर्स से परिचय प्राप्त कर उनको अंगवस्त्र से सम्मानित
किया और उनकी हौसला अफजाई की। महिला बाइकर्स में मुम्बई की 31 वर्षीय एडविना
डिसूजा, इटली की 35
वर्षीय सिलवाना,
भुवनेश्वर की 43 वर्षीय अमिता सिंह, तमिलनाडू की 35 वर्षीय मीनाक्षी राव, इंदौर की 23
वर्षीय सुश्री शीतल शर्मा, 24 वर्षीय कोमल मण्डलोई, 29 वर्षीय
कीर्ति अलावा,
41 वर्षीय सुरभि भदौरिया, 21 वर्षीय अनुष्का जैन, 32 वर्षीय
मीनाक्षी ठाकुर,
पश्चिम बंगाल की 28 वर्षीय नीविया सिंह, पंजाब की 57 वर्षीय डॉ. नीता खाण्डेकर, पूणे की 24
वर्षीय मेघना पाटिल, पटना की 30 वर्षीय पूजा विक्रम और बैंगलौर की 24
वर्षीय सोनिया अधिकारे शामिल है।
महिला बाइकर्स भोपाल से मढ़ई पहुँचकर सांध्यकालीन जंगल वॉक और बोट सफारी का आनंद लेंगी। अगले दिन 20 नवम्बर को मढ़ई से पेंच पहुँचकर जंगल सफारी, ग्रामीण अध्ययन, भ्रमण एवं हस्तशिल्प का अवलोकन करेंगी। शनिवार 21 नवम्बर को पेंच से कान्हा पहुँचकर जंगल सफारी, जनजातीय ग्राम भ्रमण, जनजातिय नृत्य और बर्ड वाचिंग का लुत्फ उठाएंगी। रविवार 22 नवम्बर को कान्हा से बांधवगढ़ पहुँचकर जंगल सफारी, बोनफायर म्यूजिक और तैराकी का आनंद लेंगी। सोमवार 23 नवम्बर को बांधवगढ़ से मैहर माँ शारदा के दर्शन कर पन्ना केन रिवरसाइड वॉक करेंगी। मंगलवार 24 नवम्बर को पन्ना से खजुराहो पहुँचकर विश्व धरोहर साइट और रनेह फॉल का अवलोकन करेंगी। इसी दिन खजुराहो से विश्व धरोहर साइट साँची होते हुए भोपाल आएंगी और 25 नवम्बर को भोपाल भ्रमण करेंगी।