निर्गुण राम जपो रे भाई दोहे का हिन्दी अर्थ | Nirgun Ram Japo Re Bhai Ka Hindi Arth - Daily Hindi Paper | Online GK in Hindi | Civil Services Notes in Hindi

Breaking

मंगलवार, 28 सितंबर 2021

निर्गुण राम जपो रे भाई दोहे का हिन्दी अर्थ | Nirgun Ram Japo Re Bhai Ka Hindi Arth

 

निर्गुण राम जपो रे भाई दोहे का हिन्दी अर्थ 

निर्गुण राम जपो रे भाई दोहे का हिन्दी अर्थ



निर्गुण राम जपो रे भाई 

 

 

निहित शब्द निर्गुण जो अदृश्य हो।

 
निर्गुण राम जपो रे भाई दोहे का हिन्दी अर्थ व्याख्या


कबीरदास  राम नाम के उपासक थे , किंतु उनके राम दशरथ पुत्र राम ना होकर निर्गुण ‘ , ‘ निराकार थे।  कबीरदास निर्गुण और निराकार के उपासक थे वह निरंकार रूपी ईश्वर की आराधना करने की बात करते थे।