नानाजी देशमुख का संक्षिप्त जीवन परिचय
(Nanaji Deshmukh Short Biography in Hindi)
नानाजी देशमुख का संक्षिप्त जीवन परिचय
- जन्म : 11 October 1916
- मृत्यु : 27 February 2010
- चंडिकादास अमृतराव देशमुख (Chandikadas Amritrao Deshmukh) जिन्हें नानाजी देशमुख (वर्ष 1916-2010) के नाम से भी जाना जाता है, एक सामाजिक कार्यकर्त्ता और राजनीतिक नेता थे।
- नानाजी देशमुख लंबे समय तक राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) के सदस्य और जनसंघ के संस्थापक सदस्य थे। बाद में वह जनता पार्टी और भारतीय जनता पार्टी का हिस्सा बन गए।
- उन्हें वर्ष 1974 में आपातकाल के खिलाफ जय प्रकाश नारायण द्वारा शुरू किये गए आंदोलन के प्रमुख नेताओं में से एक माना जाता है और वर्ष 1977 में उन्होंने जनता पार्टी की सरकार के गठन में भी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
- वह वर्ष 1977 और वर्ष 1979 के बीच 6वीं लोकसभा के सदस्य थे और वर्ष 1999 में तत्कालीन राजग सरकार द्वारा राज्यसभा के लिये नामांकित किये गए थे।
- एक सामाजिक कार्यकर्त्ता के रूप में उन्होंने विशेष रूप से चित्रकूट (मध्य प्रदेश) में लगभग 500 गाँवों में शिक्षा, स्वास्थ्य एवं ग्रामीण आत्मनिर्भरता के क्षेत्र में कार्य किया।
- उन्होंने मध्य प्रदेश में चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय (Chitrakoot Gramodaya Vishwavidyalaya) स्थापित किया जिसे देश का पहला ग्रामीण विश्वविद्यालय माना जाता है।
- उन्होंने पूरे भारत में ‘सरस्वती विद्या मंदिर’ स्कूलों की एक श्रृंखला शुरू की।
- उन्हें वर्ष 1999 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था और मरणोपरांत वर्ष 2019 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।