चाणक्य के अनुसार इन चीजों से दूर रहना चाहिए | शकटं पञ्चहस्तेन दशहस्तेन वाजिनम् | Chankya Niti Life Lesson - Daily Hindi Paper | Online GK in Hindi | Civil Services Notes in Hindi

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शुक्रवार, 29 जुलाई 2022

चाणक्य के अनुसार इन चीजों से दूर रहना चाहिए | शकटं पञ्चहस्तेन दशहस्तेन वाजिनम् | Chankya Niti Life Lesson

चाणक्य के अनुसार किन चीजों से दूर रहना चाहिए | शकटं पञ्चहस्तेन दशहस्तेन वाजिनम् | Chankya Niti Life Lesson

 

शकटं पञ्चहस्तेन दशहस्तेन वाजिनम् । 

हस्ती शतहस्तेन देशत्यागेन दुर्जनम् ॥ ॥ अध्याय 7 श्लोक- 71

 

शब्दार्थ - 

गाड़ी को पांच हाथ दूर सेघोड़े को दस हाथ दूर सेहाथी को सौ हाथ दूर से त्याग दें और दुर्जन को तो देश त्याग करके भी छोड़ देना चाहिए । 

भावार्थ- 

गाड़ी से पांच हाथ दूर रहना चाहिएघोड़े से दस हाथ और हाथी से सौ हाथ दूर रहना चाहिएदुर्जन से बचने के लिए तो देश का भी परित्याग कर देना चाहिए । 


विमर्श - 

दुर्जन बड़ा भयंकर होता हैअतः उससे बचने के लिए देश भी छोड़ना पड़े तो छोड़ देना चाहिए ।